एक बार फिर हर बेटी ने प्रश्न उठाया!
कुछ दरिंदों की वजह से पूरा वतन शर्मिंदा हो आया,
तब हर बेटी ने एक ही सवाल उठाया,
ऐसे दरिंदों को जीने का अधिकार ही किसने दिलाया??
ऐसे दरिंदों को खत्म करो,
इनको जीने का अधिकार नहीं,
जिनके मन में बच्ची के लिए प्यार नहीं।।
एक बार नहीं हर बार ये होता आया,
क्यों हर बार एक मां-बाप का दिल रोता आया??
क्यों हर बेटी ने कभी भी खुद को महफूज नहीं पाया??
क्यों ऐसे दरिंदों को तुमने जीने का अधिकार दिलाया??
खत्म करो अब इनकी कहानी,
सरकार होगी तुम्हारी बड़ी मेहरबानी,
नहीं तो याद रखना अगर ऐसा ही चलता रहा तो,
एक दिन खत्म हो जाएगी मां,बहन,बहू और बेटी की कहानी।।
क्यों फर्क़ करते हो नारी में??
क्यों खौफ हमेशा उसको अपनी ही भागीदारी में??
अब नारी का खोफ मिटाओ,
सरकार नया कानून बनाओ,
हर बलात्कारी को मृत्युदंड दिलवाओ,
नारी को स्वतंत्रता सहित उनका पूरा सम्मान दिलाओ,
देश में हो रही दरिंदगी को हमेशा के लिए हटाओ,
वरना बस देखते जाओ एक दिन खुद इसका दंड मिलेगा,
नारी कोई अबला नहीं है,
जब इसका क्रोध खुलेगा हर महिषासुर का गला कटेगा।।
आओ सब मिलकर आवाज उठाओ,
देश को बलात्कारियों से मुक्त कराओ,
हर गलत व्यक्ति को उसकी गलती की सजा दिलाओ,
वह बच्ची कुछ ना बोल सकी,
पर उसके हिस्से की आवाज तुम उठाओ,
उसके दुश्मनों को सजा दिलाओ,
उस बच्ची की आत्मा को शांति दिलाओ,
गलत के खिलाफ आवाज उठाओ,
अपनी बहन,बेटी,मां,पत्नी का सम्मान करो और
उन्हें पूरी स्वच्छता और स्वतंत्रता से जीने का अधिकार दिलाओ।।
क्यों हर बार ऐसा होता है??
क्यों एक बेटी को ही इन सबका डर होता है??
अब इस डर को हमेशा के लिए खत्म कराओ,
हर बेटी को महफूज कराओ,
बार-बार वतन को कलित और कलंकित होने से बचाओ,
कुछ दरिंदों की वजह से हो रहे इस कार्य को,
कुछ ऐसे बंद करवाओ,
की अगली बार किसी के मन में,
कुछ ऐसे का ख्याल भी ना आ पाए ऐसा नियम बनाओ।।
देर मत करो बहुत विलंब वेसे भी हो चुका है,
कई घरों में दीपक बार-बार बुझ चुका है,
अब तुम दीपक बुझाने वालों को ही चलाओ,
आग इतनी तेज लगाओ,
हर दुष्कर्म करने वालों का नामोनिशान मिटाओ,
देश को ऐसे दरिंदों से मुक्त करवाओ,
ऐसा कानून न्यायालय में पारित करवाओ।
"नोट:) इसे पढ़े और आप सब भी सहमत हो तो कृपया देश में हो रहे इस गलत कार्य के खिलाफ आवाज उठाओ तभी आप एक सच्चे नागरिक है।"
कुछ दरिंदों की वजह से पूरा वतन शर्मिंदा हो आया,
तब हर बेटी ने एक ही सवाल उठाया,
ऐसे दरिंदों को जीने का अधिकार ही किसने दिलाया??
ऐसे दरिंदों को खत्म करो,
इनको जीने का अधिकार नहीं,
जिनके मन में बच्ची के लिए प्यार नहीं।।
एक बार नहीं हर बार ये होता आया,
क्यों हर बार एक मां-बाप का दिल रोता आया??
क्यों हर बेटी ने कभी भी खुद को महफूज नहीं पाया??
क्यों ऐसे दरिंदों को तुमने जीने का अधिकार दिलाया??
खत्म करो अब इनकी कहानी,
सरकार होगी तुम्हारी बड़ी मेहरबानी,
नहीं तो याद रखना अगर ऐसा ही चलता रहा तो,
एक दिन खत्म हो जाएगी मां,बहन,बहू और बेटी की कहानी।।
क्यों फर्क़ करते हो नारी में??
क्यों खौफ हमेशा उसको अपनी ही भागीदारी में??
अब नारी का खोफ मिटाओ,
सरकार नया कानून बनाओ,
हर बलात्कारी को मृत्युदंड दिलवाओ,
नारी को स्वतंत्रता सहित उनका पूरा सम्मान दिलाओ,
देश में हो रही दरिंदगी को हमेशा के लिए हटाओ,
वरना बस देखते जाओ एक दिन खुद इसका दंड मिलेगा,
नारी कोई अबला नहीं है,
जब इसका क्रोध खुलेगा हर महिषासुर का गला कटेगा।।
आओ सब मिलकर आवाज उठाओ,
देश को बलात्कारियों से मुक्त कराओ,
हर गलत व्यक्ति को उसकी गलती की सजा दिलाओ,
वह बच्ची कुछ ना बोल सकी,
पर उसके हिस्से की आवाज तुम उठाओ,
उसके दुश्मनों को सजा दिलाओ,
उस बच्ची की आत्मा को शांति दिलाओ,
गलत के खिलाफ आवाज उठाओ,
अपनी बहन,बेटी,मां,पत्नी का सम्मान करो और
उन्हें पूरी स्वच्छता और स्वतंत्रता से जीने का अधिकार दिलाओ।।
क्यों हर बार ऐसा होता है??
क्यों एक बेटी को ही इन सबका डर होता है??
अब इस डर को हमेशा के लिए खत्म कराओ,
हर बेटी को महफूज कराओ,
बार-बार वतन को कलित और कलंकित होने से बचाओ,
कुछ दरिंदों की वजह से हो रहे इस कार्य को,
कुछ ऐसे बंद करवाओ,
की अगली बार किसी के मन में,
कुछ ऐसे का ख्याल भी ना आ पाए ऐसा नियम बनाओ।।
देर मत करो बहुत विलंब वेसे भी हो चुका है,
कई घरों में दीपक बार-बार बुझ चुका है,
अब तुम दीपक बुझाने वालों को ही चलाओ,
आग इतनी तेज लगाओ,
हर दुष्कर्म करने वालों का नामोनिशान मिटाओ,
देश को ऐसे दरिंदों से मुक्त करवाओ,
ऐसा कानून न्यायालय में पारित करवाओ।
"नोट:) इसे पढ़े और आप सब भी सहमत हो तो कृपया देश में हो रहे इस गलत कार्य के खिलाफ आवाज उठाओ तभी आप एक सच्चे नागरिक है।"
🥺🥺
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DeleteUnko hi jalaya jay fir hi rep kam hoge
ReplyDeleteYes right
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ReplyDeleteBahut khoob...kahaa Aapne in panktiyon me
ReplyDeleteLekin is desh me sajaa to begunah bhugat kr jata hai shareerik mansik dono Tarah se or Saath me doosaron me khauf paida kr jata hai or gunahgaar jail me baith kr khata hai or naye ganahgaro ko taiyar hone ki himmat bana deta hai.
Haa aapki baat sahi hay isilye to ham sabko milkar avaj uthani hogaii takii kada kanun baan sakyy...or asy logo ko kadi saja mil saky
DeleteBilkul ham Aapke Saath hai.
DeleteThank u so much ...
DeleteTrue
ReplyDeleteYes thank u
DeleteHum be aapke saath hai.....
ReplyDeleteThank u so much aapka bhi
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ReplyDeleteGreat writing really wonderful powerful
ReplyDeleteWe are always with u
ReplyDeleteOutstanding 👍👍👍👍
ReplyDeleteMindblowing
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