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करवा चौथ(Karwa Chauth)

हर सुहागन का प्रिय यह त्यौहार हैं,
करती बिना अन्न जल के वह, 
ये व्रत उनके लिए उपहार हैं,
करती पूजा वो इस दिन अपने पति की,
मानो जैसे वह उसके लिए ईश्वर का उपहार है।।

चांद के इंतजार में पत्नी का वो आसमा में देखते जाना,
पति की लंबी आयु की दुआ उस रब से मांगते जाना,
प्रिय पति के साथ ही सातो जन्म बिताना,
ऐसी विनती उस खुदा से लगाना।।

मेहंदी से रंगे हाथों से पति लिए पूजा की थाल सजाना,
भूख प्यास से बेचैन होने पर भी,
सब्र से उस चांद का इंतजार करते जाना,
चांद इनके लिए तुम चौथ पर जल्दी आना।।

अपने पिया के लिए इतना सब हर बार करते जाना,
"ओ पिया" जरा तुम भी इनका ख्याल रखते जाना,
उनकी भावनाओं को समझकर,
प्रेम पूर्वक हमेशा का साथ निभाना,
वह कर रही तुम्हारे लिए चांद का इंतजार,
इसके जीवन में खुशियां भरते जाना।।

ए खुदा तुम इनके जोड़ो को सलामत रखते जाना,
नफरतों को खत्म कर प्यार का दीप जलाना,
सात वचनों के वादों को तुम मिलकर 
अंतिम सांस तक निभाना।।
"करवा चौथ का त्यौहार तुम हमेशा साथ मनाना"

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