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महात्मा गांधी (प्रिय बापूजी) - Mahatma Gandhi

सत्य और अहिंसा कि जिसने लड़ी लड़ाई थी,
जिसके सामने अंग्रेजी हुकूमत ने गर्दन झुकाई थी,
उन्नीसवी सदी में चारों तरफ गांधी लहर छाई थी।।

बुढे-बूढ़ों में भी स्वतंत्रता की चिंगारी उठ आई थी,
जब गांधी ने अपनी लाठी उठाई थी,
पीछे पूरे हिंदुस्तान की जनता उसके संग आई थी,
जब भी उसने आवाज उठाई थी।।

"जहाँ प्यार है, वहाँ जीवन है।"  – Mahatma Gandhi

न तलवारो से न तीरो से,
न बम से न गोलियों से
उसने शुरू करी लड़ाई थी,
उसने दिलाई हमें स्वतंत्रता थी,
अपने राष्ट्रवादी विचारों से,
अंग्रेजों को बड़ी सीख सिखाई थी।।

बड़े-बड़े आंदोलनों की कतारें जिस ने लगाई थी,
जिसने पूरे हिंदुस्तान में आस जगाई थी,
आग उसने स्वाधीनता कि बच्चे बच्चे में लगाई थी,
तभी तो सबके मुख से उनके लिए
महात्मा की गूंज सुनाई दी।।
"एक विनम्र तरीके से, आप दुनिया को हिला सकते हैं।"                                                    – Mahatma Gandhi
धर्म और नीति सं
ग सत्य और अहिंसा की पुकार उन्होंने लगाई थी,
राम नाम की गूंज उनके मुंह से हमेशा आई थी,
भारत मां की जय-जयकार उन्होंने अंतिम सांस तक लगाई थी।।

ऐसे महान पुरुष की गाथा सब ने मिलकर गाई थी,
आजादी की सुबह जिसने हमको दिलाई थी,
वह गांधी की लड़ाई थी,
सबके साथ और सबके विश्वास ने उनको जीत दिलाई थी।।

"मेरा जीवन मेरा संदेश है।"  
          – Mahatma Gandhi

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